Nokia Success Story in Hindi _ नोकिया सफलता की कहानी _ Fredrik Idestam Biography in Hindi

Nokia Success Story in Hindi _ नोकिया सफलता की कहानी _ Fredrik Idestam Biography in Hindi

आज हम जीस टॉपिक पे बात करने जा रहे है वो कभी पूरी दुनिया पर राज कर रही थी पर एक छोटी सी गलती की वजह से ऐसा डूबी की वो कभी उठ नही पाई, हम बात कर रहे है Nokia कंपनी की जो बहोत ही कम समय मे ऐसा लोगो के दिलो में अपने फ़ोन से दीवाना बनाया जो सायद ही कभी कोई भूल पायेगा।

ये कंपनी तब पूरी तरह से डूबी जब फ़ोन की दुनिया मे सैमसंग और एप्पल जैसी बड़ी कंपनी ने दसक्त दी, अगर आप Apple और सैमसंग की सफल सक्सेस स्टोरी को पढ़ना चाहते है तो हमारे वेबसाइट के होम पेज पर जाकर सक्सेस स्टोरी वाली प्ले लिस्ट में इनका नाम लिखकर पड़ सकते है, या हम नीचे खुद इसकी लिंक देदेंगे।

नमस्कार दोस्तो मेरा नाम कमर है हम यहाँ ऐसी ही सक्सेस स्टोरी को समय-समय पर डालते रहते है ताकि आप कुछ नया सिख सके, तो चलो शुरू करते है आज का टॉपिक।


Nokia Success Story in Hindi

नोकिया की शुरुआत आज से करीब 150 साल पहले ही हो चुकी थी, जिसको साल 1865 में Fredrik Idestam नाम के एक आदमी ने फिलैंड में शुरू किया था, जब ये कंपनी शुरू हुई थी तो इसके अंदर कोई मोबाइल फ़ोन का काम नही हो रहा था बल्कि इसमे पेपर मिल का काम हो रहा था।

कुछ साल बाद साल 1871 में Fredrik Idestam। और लियो दोनों मिलकर एक दूसरी कंपनी की शुरुआत की जिसका नाम इन्होंने Nokia AB रखा।

Nokia रखने का इनका मकसद ये था कि फिलैंड में एक नदी है जो बहोत ही ज्येदा फेमस थी और उसका नाम नोकिया था और यही कारण था इनके कंपनी का नोकिया रखने का।

ये कंपनी आगे चलकर साल 1922 में दो कंपनियो को अपने साथ मिलकर काम करने लगी जिसका नाम Finnish Rubber Works and Finnish Cable Works था जिसके अंदर ये लोग इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान और केबल को बनाते थे पर आगे चलकर Nokia AB ने इन दोनों कंपनियों को साल 1967 में पूरी तरह से खरीद कर एक दूसरा नया नाम दिया जिसका नाम इन्होंने Nokia Corporation रखा।

जब ये तीनो मिल गए तो ये कंपनी बहोत तेजी से आगे बढ़ने लगी जिसमे ये कंपनी चार किस्म के प्रोडक्ट पर धेयान दिया और वो था Forestry, Rubber, Cable and Electronic जो बहोत ज्येदा आगे बढ़ी।

ये कंपनी अभी भी यही तक नही रुकी बल्कि आगे चलकर साल 1970 में नेटवर्किंग पर धेयान दिया और आप यकीन नही करोगे की इस कंपनी ने 10 साल के अंदर तीन कंपनियो को खरीदा और वो साल था 1980 से लेकर 1990 का।


Nokia ने तीन कंपनी को खरीदा।

Nokia ने साल 1980 से 1990 से लेकर तीन बड़ी कोमोनी को खरीदा, पहली कंपनी Tv की थी सलोरा जीसे साल 1984 में खरीदा, दूसरी जो सबसे बड़ी कंपनी थी कंप्यूटर की जिसका नाम Luxor था जिसको साल 1985 में खरीदा, तीसरी जो कंपनी थी वो भी Tv की थी जिसको साल 1987 में खरीदा जिसका नाम Oceanic थी।


Nokia मोबाइल की दुनिया मे कदम रखा।

आगे चलकर साल 1982 में Nokia ने मोबिरा सेनेटर नाम की एक फ़ोन लांच की जो बहोत बिकी और ये इनकी पहली फ़ोन भी थी, और आगे आकर साल 1987 में इन्होंने मोबिरा सिटीमन नाम की एक दूसरा फ़ोन लाया जो पहले से ज्येदा चला।

इनकी किस्मत तब बदली जब Nokia ने साल 1992 में Nokia 1011 को लाया और अभी तक Nokia की सबसे ज्येदा बिकने वाली फ़ोन बना सायद आप भी इसको इस्तेमाल किये होंगे और इसके बाद से जितनी फ़ोन इनकी आती सब मार्किट में छा जाती।

आगे चलकर साल 1998 में Nokia ने मैट्रोल को भी पीछे छोड़कर दुनिया की नंबर वन कंपनी बन गई, इसके बाद इनकी एक और फ़ोन आई जीसे आज भी हर कोई जानता है नाम Nokia 1100 था सायद आप भी जानते होंगे।


Nokia का बुरा वक्त।

नोकिया का बुरा वक्त तब आया जब मार्किट में Apple और सैमसंग आया, इनका फ़ोन नई टेक्निक वाला था जो बहोत ही जल्दी लोगो को पसंद आने लगा, पर Nokia ने अपने पुराने फ़ोन को ही लेकर चला इस वजह से ये मार्किट में छा नही पाया और धीरे-धीरे कंपनी कंगाल हो गई जीसे बाद में माइक्रो शॉफ्ट ने खरीद लिया, आज भी लोगो का नोकिया पर बहोत भरोसा है, पर लोगो का कहना है आज अगर नोकिया कोई नई फोन लाये तो लोग और फ़ोन की तरह उसे खरीदे।


Questions|Answers

Q:1. Nokia की सुरुआत कब हुई?

Ans: इस कंपनी की शुरुआत साल 1865 में हुई थी।

Q:2. Nokia के फाउंडर कौन है?

Ans: इस कंपनी के मालिक Fredrik Idestam थे।

Q:3. Nokia किसकी वजह से डूबी?

Ans: Iphone और सैमसंग की वजह से।

Q:4. Nokia कहाँ की कंपनी है?

Ans: नोकिया फिलैंड की कंपनी है।


तो ये थी नोकिया की सफल कहानी, वैसे आप को क्या लगा इस कहानी को पढ़कर, नोकिया कहा से नीचे गिरने लगी उसको कमेंट करके बताना, आप का बहुमूल्य समय देने के लिए बहोत-बहोत धन्यवाद।

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