Manufacturing Process in Hindi
अगर आप ने हमारा पहला Part नही देखा है तो आप जाकर के देख लीजिए, उसमे हमने बड़े ही आसान तरीके से Manufacturing के बारे में बताया है जो आप को बड़े ही आसानी से समझ मे आ जायेगी।
ये Manufacturing Process का Part-2 है।
आप इसे भी पड़ सकते है:
Manufacturing Process_Introduction to Manufacturing Process in hindi_Manufacturing Process-an overview
Manufacturing में हम रॉ materials को किसी मशीनिंग की through According तो Requirements में बदलते है।
इस technique के through हम Automobile पार्ट्स को बना कर किसी प्रोडक्शन कंपनी के अंदर Setup करते है।
जैसे हम कोई कार बनाते है तो Manufacturing करते है, Engine बनाते है तो हम उसकी Manufacturing करते है, Two wheeler बनाते है तो उसकी Manufacturing करते है।
यानी हम किसी भी रॉ materils को अपने जरूरत के हिसाब से बदल देने की किरिया को Manufacturing Process कहते है।
Classification of Manufacturing
ये मेनली दो Types की होती है।
(1) Primary Process.
(2) Secondary Process.
Primary Process के ऊपर ही हम Secondary Process को करते है।
जबकि Secondary Process हमारा Primary Manufacturing Process पर वर्क करता है।
Primary Manufacturing Process के अंदर आते है।
Forming
इसमें आता है।Forming, Rolling, Forging. इन के जरिये आप materials के Shape को आसानी से Change कर सकते है।
Moulding
इसके जरिये आप materials की Costing को कर सकते है।यानी Heating Materials को water के Through Could करते है।
Machining
इसके अंदर आप Lathe Machine का use करते है, drilling machining का use करते, Boring Machining का use करते है, shaper machine का यूज़ करते है, milling machine का use करते है।Assembly
इसका USE हम सबसे आखिर में करते है जब हम Materils को joint करना होता है heating के through, welding के through, रैपिड के through.ये जो आप नीचे पड़ने जा रहे है वो मैंने बाद में डालकर थोड़ा और समझाने की कोसिस की है मैं उमीद करता हूँ कि आप को जरूर से पसंद आयेगा।
Manufacturing Process in Hindi
मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस एक ऐसी विधि है जो हम फैक्ट्री के अंदर नये रॉ मटेरियल को अपने जरूरतों के हिसाब से उसकी डिज़ाइन में बदलते है और इसी बदलने की प्रकिया को हम Manufacturing Process कहते है।
अगर हम एकदम आसान भासा में बोले की Manufacturing वो होती है जैसा कि आप देखते है किसी भी बड़ी कंपनी में जहाँ गाड़ियों के पार्ट्स बनते है, सिक बनते है, कोई बर्तन बनता हो तो उसे हम Manufacturing कहते है, मतलब जो हमारा पहले मटेरियल था उसको हम अपने हिसाब से किसे ऐसे ढाँचे में बदल देते है जिसका हम आसानी से इस्तेमाल कर पाये तो उसे हम Manufacturing Process कहते है।
अगर आप को ऐसे भी नही समझ में आया तो आप नीचे पूरे artical को पड़े हम उमीद करते है कि आप को जरूर समझ आ जायेगा।
Manufacturing Process आम तौर पर दो तरह की होती है।
(1). Primary Manufacturing Process
(2). Secondary Manufacturing Process
Manufacturing Process दो तरह की होती है एक Primary तो दूसरी Secondary Manufacturing Process, अब इसमें इनके कुछ अलग-अलग रूल होते है जो बिल्कुल एक दूसरे से मैच नही करते।
अगर हम बात करे Primary Manufacturing Process की तो इसके अंदर Casting, Forming ये सारी चीजें आती है जो हम आगे बताने वाले है, जबकीब Secondary Manufacturing Process दो तरह की होती है एक Traditional Machining Process और दूसरी Non-Traditional Machining Process.
हम इस Artical में पूरा डिटेल से नही बताने वाले है बस उन्ही चीज को कवर करने वाले है जो एकदम बेसिक है, अगर आप एकदम डिटेल से पढ़ना चाहते है कि Machining Process होती क्या है तो हमने नीचे जो link दी है आप वहाँ जाकर पड़ सकते है।
(1). Primary Manufacturing Process
इसमे हम कच्चे माल को तैयार करते है जिसे हम बेसिक शेप और साइज में ढालते है, इसके अंदर बना हुआ प्रोडक्ट एकदम आसान होता है, कुछ पॉइंट्स हमने नीचे बताया है आप देख सकते है।
What is Casting (कास्टिंग क्या होती है)
ये बहोत ही शानदार चीज होती है आप इसे ऐसे भी बोल सकते है कि Casting ही वही चीज होती है जिसके जरिये से आप किसी भी प्रोडक्ट को बड़े ही आसानी से उसकी शेप में बदल सकते है मतलब ये एक तरह का ढाँचा होता है जिसमे आप किसी भी मैटेरियल्स के पार्ट्स को उसी शेप में गला कर हूँ बहु बना सकते है।
What is Forming (फॉर्मिंग क्या होती है)
फॉर्मिंग का इस्तेमाल हम तब करते है जब हम किसी भी मैटेरियल्स के पार्ट्स को कंप्रेस करना हो, मतलब उसको एकदम पतला करना हो दबा कर तो वहाँ पर हम फॉर्मिंग का इस्तेमाल करते है।
ये कई प्रकार की होती है।
Forging StampingForming BendingSeparationCutting SandingDrillingConditioningFabrication etc
(2). Secondary Manufacturing Process
ये दो प्रकार की होती है।
Traditional Machining Process
इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब हम मैकेनिकल ऊर्जा को कम करते है किउंकि मटेरियल रिमूवल रेट बहोत ही कम होता है।
Non-Traditional Machining Process
इसका इस्तेमाल हम तब करते है जब हम वर्कपीएस से मटेरियल को रिमूव करते है जैसे- मैकेनिकल ऊर्जा, एलक्ट्रिकल ऊर्जा, रासायनिक ऊर्जा इन मशीनों का इस्तेमाल करने का सबसे बड़ा रीजन ये है कि इनमें मटेरियल रिमूवल रेट बहोत ही कम होता है और हमारा काम भी आसानी से हो जाता है।
Conclusion
हम उमीद करते है कि आप को हमारा ये लेख पसंद आया होगा, इसमे हमने मैन्युफैक्चरिंग के बारे में बताया है और इसके टाइप्स के बारे में भी।
1 Comments
Aut dalo bhaai
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